परछाई
Friday, June 17, 2011
सब माया है !
भला बुरा,बुरा भला है ,खोटे पर सब खरा भला है|
झूठ सच का क्या पता है ,एक ग़म एक बड़ी बाला है |
चाल ढाल सब एक जैसी, सारा कुछ ही नपा तुला है |
सच के सर जब धुवां उठे तो , झूठ सच में जला हुआ है |
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